कहां से आने वाली है महंगाई की नई किस्त? क्यों घर खरीदने के लिए कम भारतीय ले रहे हैं लोन? IT Companies में क्यों खत्म हो रही हैं नौकरियां?
Bond Market: देश के बॉन्ड मार्केट में विदेशी निवेशकों की एंट्री कई मोर्चों पर लाभ दे सकती है. सबसे पहले तो देसी कंपनियों की कैपिटल तक पहुंच बढ़ेगी
Backstop Facility for Bond Market: बैकस्टॉप फेसिलिटी के नियमों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इससे कॉर्पोरेट ऋण बाजार को मजबूत करने में मदद मिलेगी
Indian Bonds: अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष द्वारा जैक्सन हॉल में विदेशी निवेश को लेकर दिए गए भाषण के बाद से ही स्थिति में बदलाव देखने क
म्युनिसिपल बॉन्ड का ट्रेड प्राइमरी व सेकेंडरी दोनों मार्केट में होता है. प्राइमरी में नए बॉन्ड जारी होते हैं, सेकेंडरी में बॉन्डों का व्यापार होता है.
Demat Account: सारे कागजात डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट या ब्रोकर को भेजने होंगे. इसके बाद RTA प्रक्रिया को पूरा करने में 25 दिन का समय लगा सकते हैं.
Fixed Income: कम रिटर्न के बावजूद जरूरी है फिक्स्ड इनकम में निवेश. जानें, फिक्स्ड इनकम की अनदेखी क्यों नहीं करनी चाहिए
बॉन्ड में ट्रेडिंग करते समय आपको लिक्विडिटी, क्रेडिट रेटिंग, बॉन्ड यील्ड जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को समझना जरूरी है.
Gilt Account: भारत एशिया का पहला देश होगा जहां ये सुविधा होगी. फिलहाल US, ब्राजील जैसे चुनिंदा देशों में इसकी सुविधा है. इस कदम के जरिए उनकी कोशिश है कि रिटेल निवेशक के पास भी सरकारी बॉन्ड में निवेश का मौका हो.